राँची/मांडर : राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा द्वारा आजोजित दो दिवसीय ऐतिहासिक मुड़मा जतरा का रविवार को धर्मगुरु बंधन तिग्गा के नेतृत्व में पाहनों द्वारा धार्मिक पूजा-अर्चना कर विधिवत रूप से किया उद्धघाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय सांसद सुदर्शन भगत सामिल थे, इसके एलावा उद्धघाटन के पशचात स्थानीय विधायक बंधु तिर्की भी उपस्थित रहे । उद्घाटन करते हुए धर्मगुरु ने कहा कि मुड़मा जतरा के इतिहास का यह पहला ऐसा मौका है जिसमे जतरा का बदला हुआ स्वरूप है। कोवीड – कोरोना महामारी को देखते हुए जतरा का स्वरूप पूरी तरह बदला हुआ है। जहां उद्धघाटन के दिन हजारो की भीड़ तरह – तरह की खेल तमाशे, रंग विरंगे लाइटिंग, अनेक तरह की मनोरंजक बस्तुवे, गगन चुम्बी झूले, मौत का कुवां आकर्षक का केंद हुवा करता था।उद्घाटन समारोह के दौरान यह मैदान खाली है। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सरकार और जतरा संचालन समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया कि इस बार यहां जतरा नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावे जो भी लोग पूजा-अर्चना के लिए यहां आए हैं वे मास्क का प्रयोग करें साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करें। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि सरकार द्वारा गाइड लाइन का पालन करते हुवे सिर्फ धर्मिकनानुष्ठान के लिए जतरा लगाया गया है। हम सभी सरना धर्मावलम्बियों को ऐतिहासिक मुड़मा जतरा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और जतरा संचालन समिति को बधाई जिन्होंने बड़ी सूझ- बूझ से गाइडलाइन का पालन करते हुवे श्रद्धालुओं को इस शुभ अवसर का मौका दिया।
सुरक्षा के हैं प्रयाप्त इंतजाम : भले ही यहां जतरा नहीं लगा हो पर यहां स्थित शक्ति खूंटा आदिवासियों के प्रमुख धार्मिक केंद्रों में से एक है और इसी वजह से यहां श्रद्धालुओं के भीड़ की पहुंचने की पूरी उम्मीद है। इसी को देखते हुए प्रशाषन द्वारा प्रयाप्त संख्या में जिला महिला पुलिस बल एवं जिला पुलिस जवान के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन मुस्तैद हैं।
वही कार्यक्रम को कांग्रेश आदिवासी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सनी टोप्पो ने भी सभा को संबोधित किया और ऐतिहासिक जत्रा की बधाई देते हुए कि लोगों को कोरोनावायरस महामारी से बचने की सलाह दी और राज्य के अमन-चैन और खुशहाली के लिए जत्रा कोटा के समीप विशेष पूजा अर्चना में भी शामिल रहे
करोड़ों का कारोबार हुआ प्रभावित : जतरा में प्रतिवर्ष लग भग दस हजार दुकानें के साथ-साथ मनोरंजक कार्यक्रमो को मिला लगभग बीस करोड़ का कारोबार होता है। जतरा संचालन समिति के एक सदस्य ने बताया कि दूसरे राज्य से कुछ लोग यहां दुकान लगाने के लिए आ गए थे पर उन्हें वापस भेज दिया गया। इसके अलावे भी कई लोग यहां दुकान लगाने के लिए आग्रह कर रहे हैं पर सभी को मना कर दिया गया है।
कार्यक्रम में क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य सुनील उरांव साकिर इस्लाही एवं सरना समाज के पहन पुजारी भी उपस्थित रहे
शक्ति स्थल जतरा खुटा का परिक्रमा में मास्क अनिवार्य: सैकड़ों की संख्या में होने के बावजूद पाहन, पुजार, महतो, कोटवार और अन्य श्रद्धालुओं ने कोविद-19 के निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया। वहीं जतरा संचालन समिति द्वारा मास्क एवं सेनेटाइजर का भी वितरण किया जा रहा था।