मुजफ्फर हुसैन अंसारी संवाददाता, रांची
रांची:- आयुष्मान कार्ड को लेकर सैमफोर्ड हॉस्पिटल में एक और मामला प्रकाश में आया। मरीज का नाम गेआनी महतो उम्र 60 वर्ष चतरा जिला का रहने वाला था। परिवार वालों का कहना है की इलाज के लिए मरीज को आयुष्मान कार्ड के द्वारा भर्ती कराया गया था। उसके पश्चात भी 2 लाख लगभग हॉस्पिटल द्वारा वसूली कर लिया गया। मरीज पूरी तरह से अंतिम चरण में था। सैमफोर्ड हॉस्पिटल अपना मानवता शर्मशार कर मरीज को अचानक हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया और एम्बुलेंस में सवार करा दिया. ऑक्सीजन वगैरह सब हॉस्पिटल के तरफ से हटा दिया गया। मरीज हॉस्पिटल बाहर तड़प रहा था। एम्बुलेंस में सवार करके मरीज को वापस घर भेज दिया गया। रास्ते में ही मरीज का देहांत हो गया।
किसी भी गरीब की मौत बीमारी के कारण न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना का शुभारंभ किया। रांची जिले में योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। आयुष्मान योजना के तहत गरीब लोगो का इलाज गोल्डेन कार्ड से कराना है। वहीं जिन लोगों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। आंकड़ा का ताजा रिपोर्ट के अनुसार हर 1/3 हिस्सा में हॉस्पिटल का आयुष्मान कार्ड को लेकर प्रकाश में आता है। आयुष्मान योजना के तहत हॉस्पिटल द्वारा पैसा वसूली का मामला हर बार प्रकाश में आता है । गोल्डेन कार्ड के द्वारा मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया जाता है और मनमानी के तहत पैसा वसूली किया जाता है। आयुष्मान कार्ड के तहत हॉस्पिटल के द्वारा बहुत गलत नीतियाँ अपनायी जाती है। हॉस्पिटल प्रबंधन इंसान की जिंदगी से ज्यादा महत्वा पैसा को देते है। आयुष्मान कार्ड के तहत अगर चर्चा या जांच का विषय हॉस्पिटल पर पड़ता है तो ज्यादा से ज्यादा हॉस्पिटल का कालाबाजारी सामने आ जायेगा।