नई दिल्ली: चीन ने दुनिया को कोरोन के रूप में ऐसी बीमारी दी है, जिसने आर्थिक मोर्चे के साथ-साथ हर क्षेत्र में लोगों पर मार पड़ी है। 25 मार्च से कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन लागू किया गया तो स्कूल और कॉजेल पूरी तरह से बंद कर दिए गए। हालांकि अब देश में अनलॉक 4 की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ऐसे में स्कूलों को फिर से खोलने के लिए केंद्र सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
मार्च के दौरान कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण देश भर में बंद हुई मेट्रो सेवाएं अनलॉक 4 में फिर से शुरू हो गई हैं। 21 सितंबर से अनलॉक 4 के हिस्से के रूप में स्कूल भी आंशिक रूप से फिर से खुलेंगे। मंगलवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश जारी किए।
ऐसे खुलेंगे स्कूल:
केवल कंटोंमेंट ज़ोन के बाहर के स्कूल फिर से खुलेंगे। केवल उन स्टाफ मेंबर्स और स्टूडेंट्स, जो कंटोंमेंट ज़ोन से बाहर रहते हैं, उन्हें अटेंड करने की अनुमति होगी।
छात्र शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने के लिए स्वैच्छिक आधार पर स्कूलों का दौरा कर सकते हैं। साथ ही उन्हें यात्रा के लिए अपने माता-पिता से लिखित अनुमति लेनी होगी।
छात्र-शिक्षक को आपसी तालमेल बिठाना होगा।
ये एसओपी उन विशिष्ट उपायों के अतिरिक्त हैं जो स्कूलों द्वारा छात्रों को मार्गदर्शन के उद्देश्य से आने की अनुमति देते हैं।
ये कौशल या उद्यमिता संस्थानों, उच्च शिक्षण संस्थानों में डॉक्टरेट पाठ्यक्रम और स्नातकोत्तर अध्ययन आयोजित करने के लिए भी लागू होंगे।
विस्तृत SOP स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट mohfw.gov.in पर उपलब्ध हैं।
मार्च से स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए हैं, क्योंकि देश भर में महामारी फैलने लगी है। तब से ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं और फिलहाल जारी रहेंगी।
देशव्यापी लॉकडाउन के चार चरणों के बाद, 25 मार्च से 31 मई तक देश में 1 जून से अनलॉक प्रक्रिया लागू हैं। वर्तमान में अनलॉक 4 लागू हैं और यह यह 1 सितंबर को शुरू होकर 30 सितंबर तक चलेगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद भारत कोरोना से प्रभावित होने वाला दूसरे देश हैं। भारत कोरोना केस के मामलों में ब्राजील से आगे निकल गया है। वर्तमान में देश में लगभग 44 लाख के करीब कोरोना के मरीज हैं, जिसमें से है, जिसमें 34 लाख ठीक हो गए हैं, जबकि 74,000 के करीब लोगों की मौतें हो चुकी है।