यह केंद्र NCD के मरीजों के लिए लाभकारी साबित होगा।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि गैर संचारी बीमारियों के रोकथाम के लिए जागरूकता पैदा करना बहुत आवश्यक हैं।उन्होंने बताया कि ऐसे रोगों के लक्षण दिखाई नहीं देते जिस कारण रोगी खुद को स्वस्थ मानते हैं और धीरे धीरे ये रोग बढ़ता जाता हैं और जानलेवा साबित होता हैं, मगर यदि उचित समय में इसकी जांच कर इलाज शुरू की जाए तो मरीज स्वस्थ हो सकता हैं।
मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने टाटा ट्रस्ट के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि टाटा समूह मानवसेवा में हमेशा अग्रणी भूमिका में रहता है और जमशेद जी टाटा मानवीय संवेदनाओं और मानवता के लिए एक मिसाल हैं।उनके सपनों को टाटा समूह विभिन्न सामाजिक कार्यों के रूप में पूरा कर रहा हैं।इसी क्रम में आज इस किसोक सेंटर का उद्घाटन किया गया हैं जो ऐसे मरीजों का निःशुल्क इलाज करेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि इस केंद्र से खुलने से गैर संचारी रोगों के मरीजों को लाभ मिलेगा, उन्होंने बताया कि ऐसे रोगियों की पहचान होने के बाद रिम्स पूरी तन्मयता से उनका इलाज करेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टाटा ट्रस्ट के कैंसर अस्पताल,रांची के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री शैलेश साल्वे ने प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि इस केंद्र का मकसद NCD मरीजों का निःशुल्क जांच कर उसका पहचान करना है और फिर उसका इलाज करवाना हैं, इसके साथ ही जल्द ही निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल का निर्माण भी पूरा हो जाएगा और जनता की सेवा में समर्पित किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद,एडिशनल डायरेक्टर डॉ प्रसाद बाघमारे,सुपरिटेंडेंट डॉ विवेक कश्यप के अलावे टाटा ट्रस्ट के अधिकारी शैलेश साल्वे और प्रोग्राम मैनेजर निलेश कुमार उपस्थित थे