अगर आपको रोज़ के खाने में नए आइडिया चाहिए या घर की परंपरागत झारखंडी रेसिपी सीखनी हो, तो ये टैग आपके काम का है। यहाँ मिलेंगे आसान रेसिपी, बाजार से खरीदने के टिप्स, और खाने को स्वादिष्ट बनाने के सीधे तरीके — बिना किसी लंबी जुगाड़ के।
रसोई में समय कम है तो सरल रेसिपी सबसे काम की होती हैं। एक-पॉट दाल-चावल, तवा पर बने सब्ज़ी-पराठे, और 20 मिनट में बनने वाली स्टर्टर रेसिपी जैसे भुने चना या मीठे आलू की चाट को आजमाएँ।
लोकल झारखंडी डिश जैसे लिट्टी-चोखा, चना घुगनी और सालू-साबुदाना के सरल version भी आप घर पर बना सकते हैं। मैं अक्सर लिट्टी में थोड़ा सा घी और मसाले कम रखता/रखती हूँ ताकि बच्चों के लिए भी हल्का बने। छोटा बदलाव बड़ा फर्क दिखाता है।
सब्ज़ी और अनाज खरीदते समय रंग, गंध और बनावट पर ध्यान दें। टमाटर जब थोड़ा सख्त और चमकीले लाल हों तो अच्छे होते हैं; हरी पत्तेदार सब्जियों की पत्तियाँ ताज़ा और नर्म होनी चाहिए। दाल और चावल खरीदते वक्त कीड़े और नमी न हो ये देख लें।
फल-सब्जियों को मौसम के हिसाब से खरीदें — मौसमी सब्ज़ियाँ सस्ती और स्वाद में बेहतर होती हैं। अगर आप ज्यादा खरीद रहे हैं तो सब्ज़ियों को काटकर फ्रीजर में रख लें; इससे समय भी बचता है और खाना जल्दी बनता है।
सड़क के खाने का मज़ा अलग है, पर साफ-सफाई देखना न भूलें। भीड़-भाड़ वाले स्टॉल्स पर लाइन हो तो समझ जाइए कि वो ताज़ा बनता है। पानी-बरतन साफ़ होना और रसोइया की हैण्डलिंग पर ध्यान दें।
स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए पकवानों में तेल और नमक कम करने के छोटे-छोटे तरीके अपनाएँ — जैसे तले की जगह ग्रिल या ओवन का इस्तेमाल, और हर्ब्स से फ्लेवर बढ़ाना। बच्चों के लिए मसाले भी धीरे-धीरे बढ़ाएँ ताकि पेट परेशान न हो।
त्योहारों पर पारंपरिक व्यंजनों का मज़ा लें, लेकिन छोटी सर्विंग्स रखें और बचे हुए खाने को सही तरह से स्टोर करें। बची चीज़ें जल्दी ठंडी करके फ्रिज में रखें और दो दिनों से ज्यादा खुल्ला न रखें।
ऊपर लिखी चीज़ें पढ़कर आप जल्दी रेसिपी चुन सकते हैं, सही सामान खरीद सकते हैं और खाने को सुरक्षित तरीके से तैयार कर सकते हैं। इस टैग पर नए पोस्ट नियमित आते हैं — झारखंड की लोकल रेसिपी, घर के तरह के रेस्टोरेंट रिव्यू और फूड-सेफ्टी टिप्स। पढ़ते रहें और अपना फीडबैक दें — कौन सी रेसिपी आप चाहते/चाहती हैं, हमें बताइए।
पर प्रकाशित अग॰ 1
0 टिप्पणि
अरे वाह, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हां, जर्मन लोग वास्तव में भारतीय खाना पसंद करते हैं! उन्हें हमारे मसालेदार खाने, ख़ासकर करी, बिरयानी और समोसे की अद्वितीय स्वाद में खूब बहकाव होता है। आपको यह जानकर हंसी आएगी कि उनकी पसंद इतनी बढ़ गई है कि वहाँ भारतीय खाने की दुकानें और रेस्टोरेंट भी खूब चलते हैं। ये खबर सुनकर तो मेरा दिल खुश हो गया, और आपका? चलो, जर्मनी की यात्रा की योजना बनाते हैं, और देखते हैं कि वहाँ के लोग हमारे 'देसी' खाने को कैसे चखते हैं।