क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटी सी जांच आपकी यात्रा को कितना सुरक्षित बना सकती है? सड़क परीक्षण का मतलब है सड़क और उस पर चलने वाले वाहनों की ऐसी जाँच कि हादसों की संभावना घटे और यात्रा आरामदायक बने। यह सरकारी या निजी दोनों तरह के निरीक्षण हो सकते हैं — पर इंसान भी रोज़मर्रा की सूरत में कुछ आसान चेक कर के जोखिम कम कर सकता है।
पहला कदम हमेशा वाहन की बेसिक सेहत देखना है। ब्रेक ठीक काम कर रहे हैं या नहीं, टायरों का प्रेशर और घिसावट, हेडलाइट व ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स, विंडशील्ड व वाइपर — ये छोटी-जैसी चीज़ें अक्सर बड़े हादसे रोकती हैं। तेल और कूलेंट स्तर, बैटरी कंडीशन और एक्सहॉस्ट की आवाज़ भी जाँच लें। ड्राइवर की तैयारी भी जरूरी है: आराम, दवा का असर, आइडेंटिफिकेशन और जरूरी कागजात साथ रखें।
छोटी यात्राओं से पहले 5-10 मिनट के बेसिक चेक से आप बड़ी दिक्कतों से बच सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर टायर में समान घिसावट नहीं है तो स्टीयरिंग में झटके आ सकते हैं — इसे समय पर सुलझाने से नियंत्रण बना रहता है।
सड़क परीक्षण तीन हिस्सों में बाँटा जा सकता है: सतह और संरचना, साइट सुविधाएँ और यातायात व्यवहार। सतह पर पॉथोल्स, दरारें, ड्रेनेज की स्थिति और स्लोपिंग देखें। संरचना में पुल, किनारे और बैरियर की मजबूती पर ध्यान दें। साइट सुविधाओं में सड़क संकेत, लेन मार्किंग, स्टॉप साइन और रौशनी जैसी चीज़ें शामिल हैं।
टेस्ट करते समय धीमी गति से ड्राइव करके सड़क की नमी, फिसलन और अंडरग्राउंड सर्ज जैसे संकेत पहचाने जा सकते हैं। रात में उपस्थितियों के लिए हेडलाइट रिफ्लेक्टर और रोडमार्किंग की स्पष्टता पर ध्यान दें।
डेटा रिकॉर्ड करना जरूरी है — समस्या का सटीक स्थान, समय, तस्वीरें और परिस्थितियाँ लिख लें। इससे मरम्मत का प्राथमिकता क्रम तय करना आसान होता है। अगर आप स्थानीय प्रशासन या ग्राम पंचायत को रिपोर्ट करते हैं तो ये जानकारी काम आयेगी।
सड़क परीक्षण सिर्फ इंजीनियरों का काम नहीं होना चाहिए। ड्राइवर, पैदल यात्रियों और स्थानीय लोग भी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दे कर प्रशासन तक पहुँच बना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, बार-बार टूटने वाला ढाल या बार-बार जलभराव का स्थान स्थानीय लोगों की रिपोर्ट से जल्दी सुधारा जा सकता है।
अंत में, सुरक्षा की आदत बनाइए: नियमित चेकलिस्ट अपनाएँ, परेशानी दिखते ही रिकॉर्ड करें और आवश्यकता पर विशेषज्ञ की सलाह लें। सुरक्षित सड़कें और सही वाहन रखरखाव मिलकर यात्रा के जोखिम घटाते हैं। झारखंड जैसे राज्यों में स्थानीय समस्याएँ अलग हो सकती हैं — इसलिए खास परिस्थितियों के लिए स्थानीय परीक्षण रिपोर्ट्स पढ़ें और साझा करें।
पर प्रकाशित मार्च 29
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सुप्रीम कोर्ट की आरोपित निर्णय से, मध्य प्रदेश की सड़क परीक्षण को रोकने में नहीं आएगा। यह सुप्रीम कोर्ट के द्वारा आयोजित समीक्षा में सुनिश्चित किया गया है। इस निर्णय के तहत, मध्य प्रदेश के सड़कों पर किसी भी प्रकार के परीक्षण को रोक दिया जाएगा। इससे सड़क सुरक्षा बढ़ेगी और सड़क पर आने वाले यातायात के दौरान कोई भी अनियमितता को नहीं होगा।