कैरो से शकील अहमद रिपोर्ट
लोहरदगाः कैरो
स्वयंसेवी संस्था मौलाना आजाद वेलफेयर सोसाइटी के तत्वधान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर लगातार पांचवे वर्ष स्व गोविन्द साहू मेमोरियल बॉलीवाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।प्रतियोगिता में कुल आठ टीमों ने भाग लिया, जिसमें नवाटोली की टीम विजेता रही, वहीं कैरो उपविजेता और नरौली की टीम तीसरे स्थान पर रही। जिन्हें मुख्य अथिति झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मो मोज़म्मिल अहमद, पंचायत समिति सदस्य शरत कुमार विद्यार्थी, जेएमएम के केंद्रीय सदस्य सुखदेव उरांव, वार्ड सदस्य बीरेंद्र महली के द्वारा पुरस्कृत किया गया। इससे पूर्व प्रतियोगिता का सुभारम्भ शरत कुमार विद्यार्थी, सुखदेव उरांव, जावेद अख्तर के द्वारा फीता काट कर किया गया। समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मो मोज़म्मिल ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस तरह का आयोजन सराहनीय कदम है। ऐसे आयोजनों से न सिर्फ क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को निखरने का अच्छा प्लेटफार्म मिलती है, बल्कि उन्हें अपना कैरियर चुनने में भी सहूलियत होती है। श्री अहमद ने कहा कि झारखण्ड में हेमन्त सोरेन की सरकार ने युवाओं को आगे लाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। युवा वर्ग को स्पोर्ट्स के माध्यम से युवाओं को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है। इसी के तहत पोटो हो खेल योजना लाई गई है।खेल से मानसिक, बौद्धिक व शारीरिक विकास तो होता ही है, आपसी प्रेम व सौहार्द्र को बढ़ावा मिलता है। शरत कुमार विद्यार्थी ने कहा कि मौलाना आजाद वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा मेरे स्वर्गवासी पिता को श्रंद्धांजलि देने का काम साम्प्रदायिक सौहार्द बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मेरे पिता हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक, समाजसेवी थे। मैं भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए समाज का सेवा करने प्रयास कर रहा हूँ। झामुमो के केन्द्रीय नेतृत्व सुखदेव उरांव ने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलनी चाहिये। खेल में हार जीत लगी रहती है। मौके पर मौलाना आजाद वेलफेयर सोसाइटी व आयोजन समिति के जावेद अख्तर, जुबैर अंसारी, अलीरजा अंसारी, जहांगीर अंसारी, साजिद अंसारी, मोगीश अंसारी, मनान खान, असरार खान, राशिद, संदीप, रिजवान, सादिक, मुर्तजा, शहबाज, मुर्शिद,नईम अंसारी, राजू प्रजापति, कैलाश महतो, समीरुदीन अंसारी, मुस्लिम अंसारी, मनोज उरांव, बीरेंद्र महली,अनिल उरांव विवेक प्रजापति आदि उपस्थित थे।