हजारीबाग: आज बड़कागांव विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक पहली बार जीत के बाद बड़कागांव पहुंची । जहां पंकरी बरवाडी के ग्रामीणों एवं पूरे बड़कागांव प्रखंड के कार्यकर्ताओं ने पंकरी बरवाडी के भोक्ता स्थान के पास गर्मजोशी से बुके देकर एवं माला पहनाकर स्वागत किया। वहीं अंबा प्रसाद ने भी बडो़ और महिलाओं को चरण छूकर आशीर्वाद लिया वही लोगो को धन्यवाद भी दी। इसके बाद पंकरी बरवाडीह शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर हनुमान मंदिर दुर्गा मंडप में माथा टेका।वही पहले से तैयार कार्यकर्ताओं ने माथे मे पगड़ी और हाथ मे खड्ग देकर हौसला बढाया फिर विजय जुलूस की शुरुआत किया। पहले से सजी वाहन पर नवनिर्वाचित विधायक अंबा प्रसाद उसके भाई सुमित कुमार चाचा रविन्द्र साव उर्फ छोटु साव ने सवार होकर गाजे बाजे के साथ विजय जुलूस आगे बडकागांव चौक होते हुए मां अष्टभुजी माता मंदिर कण्डाबेर मे पहुँच कर पुजा अर्चना कर अपने पैतृक गांव पहरा जाकर ईष्ट और कुल देवताओ को नमन करेंगी। आपको बताते चलें सबसे कम उम्र की विधायक 2019 झारखंड विधानसभा के चुनाव में निर्वाचित हुई है। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी रोशन लाल चौधरी को 31514 मतों से पराजित की थी। अंबा प्रसाद को 98862 मत मिले थे। और रोशन लाल चौधरी आजसू प्रत्याशी को 67348 मत मिले। वहीं तीसरे नंबर पर भाजपा के लोकनाथ महतो को एक 31 761 मत मिले। विजय जुलूस में कार्यकर्ताओं में जोश देखते बन रहा था। कार्यकर्ता नारा लगा रहे थे योगेन्द्र साव जिन्दाबाद, निर्मला देवी जिन्दाबाद, अंबा प्रसाद जिन्दाबाद, राहुल गांधी जिन्दाबाद,हेमंत सोरेन जिन्दाबाद,डीजे के साउंड में गाना बजा रहा था।हम जीत गए, दुश्मन हार गया । यह जनता की जीत बड़कागांव की कार्यकर्ताओं के जीत अंबा प्रसाद बताती है। क्योंकि उसके पिताजी योगेन्द्र साव को मुकदमे मे फसाकर जेल भेज दिया गया।और मां को किसानों का आंदोलन विस्थापितों के आंदोलन करने के आरोप लगाकर राज्य- बदर कर दिया गया। और बिना माता-पिता के ही चुनाव मैदान में उतरी अंबा प्रसाद को जनता का अपार समर्थन उन्हें मिला । और वे यहां से रिकॉर्ड मतो से जीती। और कांग्रेस पार्टी यहां से लगातार तीन बार जीतकर हैट्रिक लगाई । बात करें अंबा प्रसाद की तो इन्हें बहुत कम उम्र की विधायक बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। लेकिन यह उच्च शिक्षित विधायक है । इन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई सीबीएसई से की है। बाद मे बीआईटी मेसरा से बीबीए एक्सटेंशन कोर्स की है। वही एमबीए एचआर विषय में की हुई है । इन्होंने विनोबा भावे विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की है । यह दिल्ली में आइएस की तैयारी करती थी । आईएएस की पीटी परीक्षा में क्वालीफाई की थी। इसी क्रम में बड़का गांव के चिरुडीह में कफन सत्याग्रह के दौरान उसकी मां विधायक निर्मला देवी को राज्य- बदर कर दिया गया। और पिता को पुराने मुकदमे में जेल में डाल दिया गया।उसका इकलौता भाई सुमित उसे भी एक मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया गया था। तब उन्होंने अपने परिवार के लिए दिल्ली से वापस आई और सारी जिम्मेवारी अपने कंधे पर उठा ली और अपने भाई को जेल से निकाला खुद वकालत की । उसके बाद विधायक प्रतिनिधि के तौर पर क्षेत्र की जनता की समस्याओं को और विकास योजनाओं को अमलीजामा पहनाते हुए क्षेत्र का दौरा और जनता से मिलना जुलना बनाए रखा।बहुत ही संयम, धैर्य और साहस का परिचय देते हुए क्षेत्र और परिवार को संभालते हुए आगे बढ़ी। जिसका नतीजा बड़कागांव विधानसभा की जनता ने उन्हें वोट देकर आशीर्वाद दिया। और बड़का व विधानसभा के इतिहास में सबसे रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की। आज तक बडकागांव विधानसभा मे इतनी बड़ी जीत कोई भी प्रत्याशी इस विधानसभा से नहीं किए है।
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