पेड़ न काटें पौधे लगाकर वन को संरक्षित करें।
किस्को/लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत खरकी के डटमा ग्राम में वन सुरक्षा समिति की ओर से वन रक्षा बंधन कार्यक्रम का आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रकाश नायक की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वन प्रमंडल पदाधिकारी लोहरदगा अरविंद कुमार उपस्थित हुए जिनका स्वागत ग्रामीणों द्वारा आदिवासी रीतिरिवाज के साथ किया गया। इधर कार्यक्रम का शुभारंभ डटमा के वनक्षेत्र में सखुआ के पेड़ पर रक्षाबंधन सूत्र बांधकर किया गया। जिसके तहत वन प्रमंडल पदाधिकारी की अगुवाई में पेड़ो में रक्षा शुत्र बांधी गई एवं वन को बचाने का संकल्प लिया गया। मौके पर रक्षाबंधन कार्यक्रम गांव के पाहान पुजार द्वारा विशेष पूजा अर्चना कर वन को बचाने का संकल्प लिया गया वहीं कार्यक्रम में वनांचल कला केंद्र अरकोशा के कला मंडली की ओर से गीत संगीत एवं नाटक के माध्यम से कार्यक्रम में सहभागिता बने लोगों को वन बचाने को लेकर जागरूक किया गया। जिसके तहत लोगों को जंगल ना काटने, महुआ चुनने के लिए आग ना लगाने की अपील की गई। साथ ही वन बचाने की शपथ दिलाई गई एवं जंगल से मिलने वाले फायदों एवं जीवन में वनों के महत्व को बारीकी से जानकारी देते हुए लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में लोहरदगा वन प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार के द्वारा गरीब एवं असहाय बुजूर्गों के बीच 30 कंबल का वितरण किया गया। मौके पर वन प्रमंडल प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि सरकार की ओर से जन वन योजना मुख्य रूप से जंगल की बचाव के उद्देश्य से संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जंगल से हमें शुद्ध हवा, ताजी फल फूल एवं बहुत से फायदे मिलती है इसको ग्रामीण भली भांति जानते हैं लेकिन इसे और अधिक प्रसारित करते कि जरूरत है ताकी लोग जंगल बचाने के लिए आगे आएं। डीएफओ ने कहा कि जंगल बचाने के उद्देश्य से रक्षाबंधन कार्यक्रम की जा रही है। उन्होंने कहा कि जंगल को क्षेत्र के ग्रामीण अपनी नीजी संपत्ति मानकर बचाने में आगे आएंगे तभी इसकी रक्षा होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी रक्षाबंधन के तहत पेड़ो को सुरक्षा देंगे तो आगे चलकर पेड़ो से हमें बहुत ही ज्यादा फायदा मिलेगी जंगल को आग से लोग बचाएं। कहा कि महुआ चुनने के लिए जंगलों में आग न लगाएं रैयती भूमि जिस पर खेती नहीं हो रही है उसपर वन विभाग की ओर से जन वन योजना में शामिल करें एवं अधिक से अधिक पेड़ लगाएं उसके लिए सरकार द्वारा 75 प्रतिशत सहयोग राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोग फल फूल वाले पौधे लगाएं जिससे लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी घर में बेटी के शादी के दिन कम से कम 05 पौधे अवश्य लगाएं फल वाले पौधे फल देंगे वहीं लकड़ी वाले पौधे से लकड़ी प्राप्त होगी। डीएफओ ने अपने संबोधन में कहा कि छोटे-छोटे कार्यक्रम जैसे बर्थडे पार्टी , शादी की सालगिरह पार्टी एवं अन्य प्रोग्राम में गिप्ट के तौर पर दूल्हा दुल्हन सहित सभी मेहमानों को पौधे भेंट कर स्वंय एवं पर्यावरण को शुद्ध करने में सभी वर्ग के लोग आगे आएं और वन विभाग को सकारात्मक सोच के साथ सहयोग करें निश्चित रूप से लोहरदगा जिले को झारखंड राज्य ही नहीं बल्कि देश विदेशों में वन की हरियाली की खुशबू परचम लहराएगी। इधर कार्यक्रम का संचालन वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष प्रकाश नायक द्वारा किया गया। मौके पर अध्यक्ष प्रकाश नायक, पूर्व प्रमुख मुनीलाल उरांव, लोहरदगा वनपाल जया उरांव, वनरक्षी महावीर उरांव, वनरक्षी वुद्धेव उरांव, वनरक्षी आदित्य यादव राहुल उरांव, पुजार विश्राम उरांव, रामदेव उरांव, गायत्री देवी, प्रमिला उरांव, किरण उरांव, संजय कुजूर, बीरू लोहरा, सुंदरमनी भगत, महेश भगत, देवंती नायक आदि मौजूद थे।
वनांचल कला केन्द्र अरकोशा की टीम ने किया लोगों को जागरूक।
वन सुरक्षा समिति की ओर से आयोजित की गई रक्षाबंधन कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची वनांचल कला केन्द्र अरकोशा के नाट्य मंडली की ओर से क्षेत्र के लोगों को वनों के महत्व एवं वन की कटाई से होने वाली बीमारियों से छुटकारा दिलाने हेतु गीत संगीत के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हुए मनमोहने का काम किया गया जिसकी सभी अधिकारियों एवं ग्रामीणों ने न सिर्फ लुत्फ उठाया बल्कि जमकर सराहना भी किया। इधर वनांचल कला केन्द्र मंडली के लीडर दीपनारायण सिंह, सीता देवी, गणेश लोहरा, कृष्णा मुंडा, सूनामी देवी, फुलमनी उरांव के द्वारा लोगों को नाटक गीत व संगीत प्रस्तुत कर वन की रक्षा करने की जानकारी देते हुए खूब वाहवाही बटोरने का काम किया।